Sunday, November 22, 2009

मानबोध बाबू

मानबोध बाबू
चन्द्रकिशोर जायसवाल की कहानी ’मानबोध’ बाबू का नाट्य रूपांतर
मानबोध बाबू मस्तमौला आदमी हैं और पूरे समय बोलते हैं। जीवन के हर पक्ष पर इनके विचार हैं और अनुभव हैं। इनका विचार है कि जो ये जानते हैं वही सच है और सभी को उसे मानना है। इनके हिसाब से चलें तो दुनिया में सब पाकेटमार हैं। इन्होंने मुम्बई, दिल्ली और कलकत्ता तीनों महानगर देखे हैं। और इनने अपने घर में अपने बच्चों का पिता के प्रति दुव्र्यवहार देखा है। इसीलिये ये हर मिलने वाले को सावधान करते हैं। स्वतंत्र स्वालंबी जीवन जीने के लिये प्रेरित करते हैं। जीवन में किताब पढ़ने से लेकर कबीर गायन तक हर बात का शौक रखते हैं और लोगों को प्रेरणा देते हैं। मोहनलाल इनके साथ मुम्बई से कलकत्ता तक सफर करते हैं। निराले अनुभव से गुजरते हुए कलकत्ता उतर कर कुछ ऐसा घटता है जो दर्शक को भोंचक्का कर देता है और मानबोध बाबू को एक पहेली बना देता है।
मानबोध बाबू एक बातूनी चरित्र है। उनकी बातें गहरी मानवीय संवेदना से जुड़ी हैं। उनका विश्लेषण गहरी मानवीय चिंता प्रकट करता है। गांव और जंगलों में रहने वाले उनकी दृष्टि में बहुत सुखी हैं क्योंकि दिन रात मेहनत करने और रूखी सूखी खाने के बावजूद वो लोग मानवीय संवेदनाओं से भरपूर हैं। शहरों में अपमानजनक जीवन जीने से बेहतर है गांवो और जंगलों में कम सुविधाओं के साथ प्रकृति के साहचर्य में आत्मसम्मान के साथ रहना। मानबोध बाबू की यात्रा केवल एक यात्रा नहीं है जीवन जीने की कला का दर्शन भी है और लोक व्यवहार का शिक्षण भी।

पात्र
मंच पर
मानबोध बाबू सीताराम सोनी
मोहनलाल संजय गर्ग
पति अभिषेक काशीकर
पत्नी इन्दु सूर्यवंशी
समूह दृश्य क्षितिज राय, अभिषेेक काशीकर, इन्दु सूर्यवंशी, के के जैन, संजय जैन,अमित राजपूत, मोहित पंचभाई, आशुतोष यादव अजय जायसवाल,आकाश माली, राजीव बारी, शुभम कौरव, ओ पी साहू, लक्ष्मी राजपूत,
नेपथ्य
मंच सज्जा अभय पाटकर
वस्त्र विन्यास वसंत काशीकर, संजय गर्ग
रूप सज्जा संजय गर्ग
प्रकाश परिकल्पना व
परिचालन आनंद मिश्रा
ध्वनि व संगीत प्रभाव सचिन उपाध्याय
मूल कथा चन्द्रकिशोर जायसवाल
नाट्यांतर संजय गर्ग
मंचन प्रबंधन हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार
प्रस्तुति परिकल्पना व
निर्देशन वसंत काशीकर
मूल कथा चंद्रकिशोर जायसवाल
रूपांतर संजय गर्ग
निर्देशक वसंत काशीकर
अब तक
जबलपुर में चार मंचन
हरदा मध्यप्रदेश राज्य नाट्य समारोह
उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर
पश्चिम क्षेत्र संास्कृतिक केन्द्र राष्ट्रीय नाट्य समारोह
नागपुर
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र राष्ट्रीय नाट्य समारोह
रंगाधार भोपाल राष्ट्रीय नाट्य समारोह
इप्टा म प्र राज्य सम्मेलन शहडोल
भारत पवर्, मंडला